पर्यटकों के लिए खुली फूलों की घाटी

PICS: जोशीमठ में कद्रदानों के लिए खुले फूलों की घाटी के दरवाजे

वन महकमा प्रतिवर्ष पहली जून को ही घाटी को पर्यटकों के लिए खोलता है. इससे पूर्व वन विभाग द्वारा पूरी घाटी का सव्रेक्षण घाटी के मार्ग व पुलों की मरम्मत का कार्य किया जाता है. घाटी खुलते ही पहले ही दिन 58 भारतीय पर्यटकों ने घाटी में प्रवेश कर यहां की सैर की. इन दिनों घाटी में प्राइमूला, जेरिनियम, कोबरा लिली, जंगली गुलाब व शांलमपंजा आदि के फूल खिले हैं. वर्ष 2005 मे यूनेस्को द्वारा घाटी को विश्व धरोहर घोषित किये जाने के बाद पर्यटकों में इजाफा हुआ है. 2013 की आपदा के बाद पर्यटकों की संख्या मे कमी रही लेकिन गत वर्ष घाटी मे करीब साढ़े छह हजार पर्यटक पहुंचे. वन विभाग को 12 लाख रुपयों की आमदनी हुई. फूलों की घाटी के रेंज अधिकारी दीपक रावत के अनुसार पहले दिन 58 पर्यटकों के घाटी मे प्रवेश से उम्मीद है कि इस वर्ष फूलों की घाटी की सैर के लिए पर्यटकों की संख्या मे वृद्धि होगी. उन्होंने कहा कि घाटी मे पर्यटकों की सुरक्षा व मार्ग दर्शन के लिए पांच वन कर्मियों की तैनाती की गई है. रेंजर रावत के अनुसार फूलों की घाटी में प्रवेश के लिए भारतीय वयस्क पर्यटकों से 150 रुपये, बच्चों से 50 रुपये तथा विदेशी पर्यटकों से 600 रुपये प्रवेश शुल्क लिया जाता है.

 
 
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