ईनाम में सीएम की कुर्सी

 कभी चाय की दुकान चलाते थे पनीरसेल्वम, अब बनेंगे मुख्यमंत्री

जयललिता के जबर्दस्त वफादार पनीरसेल्वम ने तब उस कुर्सी पर बैठकर काम नहीं करने को चुना था जिसपर उनकी ‘श्रद्धेय’ नेता बैठा करती थीं. उन्होंने खड़ाऊं मुख्यमंत्री की भूमिका निभाई थी. जयललिता के उस मामले में बरी होने पर पनीरसेल्वम ने पद छोड़ दिया था.

 
 
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