इफको ने नई यूरिया नीति का दिया सुझाव

PICS : नई यूरिया नीति लागू करने के लिए इफको ने केंद्र को दिया सुझाव : डॉ. उदय शंकर अवस्थी

डॉ. अवस्थी ने कहा कि यूरिया की कीमत नमक से कम 5.03 रुपये किलो है. इसके चलते पड़ोसी देशों को इसकी तस्करी होती है. ग्लोबल वार्मिंग के असर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक डिग्री सेंटीग्रेड तापमान बढ़ने पर तीन से पांच फीसदी उपज प्रभावित होती है. इसको भांपते हुए इफको ने काफी पहले वातावरण से कार्बन डाई आक्साइड शोषित कर यूरिया बनाना शुरू किया. अब जरूरत खेती और कृषि उत्पाद को नई तकनीक से लैस करने की है. इससे देश में सालाना 36 हजार करोड़ रुपये खाद्यान्न नष्ट होने से बचेगा. विश्व में यह आकलन करीब 12 लाख करोड़ रुपये का बैठता है.

 
 
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