हाय! बेकसूर को दे दी फांसी

 हाय! बेकसूर को दे दी फांसी: पाकिस्तान

शहीद भगत सिंह को जिस हत्या के लिए सूली पर लटकाया गया था, वह और उनके साथी उस वारदात में शामिल नहीं थे. यह कहना है कि पाकिस्तान स्थित भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन का. भगत सिंह की शहादत के करीब 73 साल बाद लाहौर हाईकोर्ट में इस केस की सुनवाई के लिए भारतीय वकीलों का एक दल पाकिस्तान जाएगा. लाहौर हाईकोर्ट की एकल पीठ ने इस संबंध में दायर याचिका वृहद पीठ को सौंप दी है. भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन (पाकिस्तान) के अध्यक्ष इम्तियाज रशीद कुरैशी ने बताया कि लाहौर षडयंत्र के दस्तावेज से साफ है कि सहायक पुलिस आयुक्त सांडर्स और हवलदार छनन सिंह की 17 दिसम्बर, 1928 को हत्या कर दी गई थी, लेकिन उस दिन भगत सिंह जेल में थे.

 
 
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