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- ...जब ख्वाजा के कासे में आ गया था 'आनासागर'

तमाम लोग संतान की चाहत में ख्वाजा की दर पे मत्था टेकते हैं और धागा बांधते हैं. बादशाह अकबर ने दरगाह शरीफ में दुआ मांगी थी कि उन्हें बेटा पैदा होगा तो वे पैदल चलकर जियारत पेश करने आएंगे. सलीम के पैदा होने के बाद अकबर आमेर से अजमेर शरीफ तक नंगे पैर चलकर आए थे.
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