pics:यूं ही दफन नहीं होगी दामिनी

यूं ही दफन नहीं होगी दामिनी

पिछले दिनों दिल्ली में 23 साल की एक लड़की से हुए सामूहिक बलात्कार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने शनिवार को दिल्ली पुलिस को इस बात के लिए आड़े हाथ लिया कि इस दर्दनाक हादसे की रात जब पीड़िता और उसका पुरुष मित्र मदद की गुहार लगा रहे थे उस वक्त पुलिसकर्मी अधिकार क्षेत्र के मुद्दे पर आपस में बहस कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने 16 दिसंबर को दक्षिण दिल्ली में हुए इस हादसे की रात ड्यूटी पर तैनात रहे जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और और साथ ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली पुलिस की वह कारगुजारी एक बार फिर सामने आयी है जिसे लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा था. दशकों तक दिल्ली पुलिस में काम कर चुकीं भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी ने कहा कि हादसे की रात मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी खुद से प्राथमिकी दर्ज कर सकते थे क्योंकि किसी कानून में ऐसा नहीं लिखा है कि किसी खास पुलिस थाने के तहत ही प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है.

 
 
Don't Miss