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- Pics : श्राप से खंडहर में तब्दील हो गया महल

भूगर्भशास्त्री ग्रामीणों की इस मान्यता से सहमत नहीं हैं. किले पर शोध कर चुके जाने-माने भूगर्भशास्त्री नितीश प्रियदर्शी इसके दूसरे ही कारण बताते हैं. उनके मुताबिक, यहां मौजूद ऊंचे पेड़ और पहाड़ों में मौजूद लौह अयस्कों की प्रचुरता दोनों मिलकर आसमानी बिजली को आकर्षित करने का एक बहुत ही सुगम माध्यम उपलब्ध कराती है. इस कारण बारिश के दिनों में यहां अक्सर बिजली गिरती है.
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