- पहला पन्ना
- राष्ट्रीय
- सोनिया को हो गई थी राजनीति से चिढ़
कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी ने 15 साल पूरे कर लिए लेकिन उनके जीवन में एक ऐसा भी समय आया था जब उन्हें राजनीति से चिढ़ हो गई थी. 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर की एक चुनावी सभा में राजीव गांधी की हत्या हो गई. इससे आहत सोनिया गांधी ने राजनीति की दुनिया से दूरी बना ली और सिर्फ अपने बच्चों पर ध्यान दिया. इसके बाद उन्होंने खुद को राजनीति से दूर रखने की पूरी कोशिश की. लेकिन वक्त ने करवट ली और नेहरू-गांधी परिवार की विरासत बचाने के उन्हें 1998 में राजनीति में आना पड़ा. राजनीति की जमीन पर जैसे सोनिया गांधी के कदम पड़े, तो अचानक कई सवाल भी उठ खड़े हुए. कभी विदेशी मूल का मुद्दा भूचाल लाया तो कभी कमजोर हिंदी मुद्दा बना. परिवारवाद का मुद्दा भी जमकर उठाया गया. लेकिन हर आरोपों और हर भूचाल पर सोनिया गांधी की छवि और उनका इरादा भारी पड़ा.