संकट में मां-बेटे

 कांग्रेस के किले में दरार, पांच राज्यों से मिल रही गांधी परिवार को चुनौती

सोमवार को ही महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के कद्दावर नेता वरिष्ठ मंत्री नारायण राणे ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने फैसले लेने में मुख्यमंत्री के ढुलमुल रवैये को लेकर बाद में उनकी आलोचना की. राणे ने कहा कि वह इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में वह हार में भागीदार नहीं बनना चाहते हैं. राणे ने कहा कि मुझसे कहा गया था कि मुझे छह महीने में मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. लेकिन नौ साल में भी वादा नहीं निभाया गया. वे समय से मुख्यमंत्री पद के आकांक्षी रहे राणे ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के प्रति भी नाराजगी जाहिर की. वह सार्वजनिक रूप से दावा करते रहे हैं कि जब 2005 में वह शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे उस वक्त उन्हें मुख्यमंत्री पद देने का वादा किया गया था.

 
 
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