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- धर्म रक्षा के लिये स्थापित अखाड़े कुंभ की शान

नया उदासीन अखाड़े की शुरुआत 1710 में हुई थी। मान्यता है कि इस अखाड़े को बड़ा उदासीन अखाड़े के साधुओं ने बनाया था जबकि निर्मल अखाड़े की स्थापना श्रीदुर्गासिंह महाराज ने की थी, जिनके ईष्टदेव श्री गुरुग्रंथ साहिब हैं। कहा जाता है कि इस अखाड़े के लोगों को दूसरे अखाड़ों की तरह धूम्रपान करने की इजाजत नहीं है।
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