धर्म रक्षा के लिये स्थापित अखाड़े कुंभ की शान

PICS: धर्म रक्षा के लिये स्थापित अखाड़े कुंभ की शान

काफी समय तक आश्रमों के अखाड़ों को बेड़ा अर्थात साधुओं का जत्था कहा जाता था। वास्तव में अखाड़ा शब्द का चलन मुगलकाल से शुरू हुआ। शंकराचार्य ने आठवीं सदी में 13 अखाड़े बनाए थे, तब से वही अखाड़े बने हुए थे लेकिन इस बार एक और अखाड़ा जुड़ गया है, जिस कारण इस बार कुंभ में 14 अखाड़ों की पेशवाई के दर्शन सुलभ हुये। फारसी शब्दकोष से लिया गया शब्द पेशवा का अर्थ अग्रणी है। मराठा साम्राज्य के प्रधानमंत्रियों को पेशवा कहते थे। ये राजा के सलाहकार परिषद अष्टप्रधान के सबसे प्रमुख होते थे। राजा के बाद इन्हीं का स्थान आता था। अखाड़ों को भी पीठों का रक्षा प्रमुख माना गया है और इसी नाते अखाड़ों की पेशवाई को धूमधाम से निकाला जाता है।

 
 
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