जानें 18 बहादुर बच्चों की कहानी, उनकी तमन्नाएं

PICS: ये है 18 बहादुर बच्चों की कहानी, आईएएस व आईपीएस तो किसी की डाक्टर बनने की तमन्ना

वीरता पुरस्कार के सबसे बड़े पुरस्कार भारत पुरस्कार पाने वाली आगरा की रहने वाली नाजिया ने ऐसा कारनामा कर दिखाया किया है कि उसके घर परिवार वाले ही नहीं बल्कि जिस कॉलोनी में वह रहती है वहां के लोग भी उसके बहादुरी की चर्चा करते हुए नहीं थकते. आगरा जिले में जहां वह रहती है (मंटोला क्षेत्र) वहां पर जुए एवं सट्टे के अवैध कारोबार से महिलाओं को दिन के वक्त भी घर से निकलना मुश्किल था. इसके खिलाफ किसी की आवाज उठाने की हिम्मत नहीं थी. ऐसे में नाजिया से स्थानीय लोगों ने मदद की मांग की, इसके बाद उसने सट्टा और जुआ खेलने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. नाजिया ने खुद उन लोगों के खिलाफ मोबाइल से वीडियो बनाकर और फोटो खींच कर पुलिस को दिये, जिसके बाद चार सटोरियों को गिरफ्तार करवाया. नाजिया बताती है कि इस घटना से पहले उसने 2015 में एक किशोरी को उसकी अस्मत लुटने से बचाया था जब उसे दो लड़के उठा कर मोटरसाइकिल से लेकर भाग रहे थे. वह बताती है कि उसके इस कार्य के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उसे सम्मानित किया था. इसके अलावा उसे मुम्बई बुलाकार अक्षय कुमार ने भी सम्मानित किया. उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी उसे सम्मानित कर चुके है. वह बड़ी होकर आईएएस बनना चाहती है और महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को खत्म करना चाहती है.

 
 
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