मंगलयान की सफलता के साक्षी बनेंगे मोदी

PICS: ISRO ने रचा इतिहास, मंगलयान की सफलता के सपने को सच होते देखेंगे मोदी

भारत का महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियान मंगलयान (मार्स ऑर्बिटर मिशन) बुधवार (24 सितंबर) सुबह 7:17:32 बजे मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश कर जायेगा. इससे पहले सोमवार को दोपहर 2:30 बजे मंगलयान पर 300 दिनों तक सुसुप्ता अवस्था में रहने के बाद 440 न्यूटन लिक्विड एपोजी मोटर (एलएएम) इंजन को 3.968 सेंकेड के लिए चालू किया गया और यान मंगल ग्रह के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में दाखिल हो गया. अब उसके वेग पर नियंत्रण रखना होगा, ताकि वह लाल ग्रह के प्रभाव क्षेत्र से बाहर न जा सके. ताजा अभियान से यान के मंगल की कक्षा में सफल प्रवेश का विश्वास बढ़ा है. इसरो ने कहा, ‘हमारा नौवहन आकलन प्रदर्शित करता है कि ऑर्बिटर ने मंगल के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में प्रवेश कर लिया है. अंतरिक्ष यान मंगल के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के प्रभाव के 5.4 लाख किलोमीटर के दायरे में है.’ इसरो ने कहा कि 66.6 करोड़ किमी की यात्रा पर निकला यह अंतरिक्ष यान एक दिसंबर, 2013 को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के दायरे से बाहर निकला था.

 
 
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