मंजिल के बेहद करीब है भारतीय मंगलयान

 अब इसरो के लिए बड़ी चनौती, लक्ष्य के बेहद करीब पहुंचे मंगलयान में कमांड अपलोडिंग का काम शुरू

मंगल के करीब पहुंच चुके भारत के मंगलयान को लाल ग्रह की कक्षा में प्रवेश कराने के लिए कमांड अपलोड करने का काम शुरू हो गया है. यह प्रक्रिया 13 घंटे तक चलेगी. इसरो के सामने इस वक्त सबसे बड़ी चुनौती है कि 95 फीसदी से अधिक यात्रा पूरी कर चुके मंगलयान का तरल इंजन दोबारा चालू करना जो दस महीने से सुषुप्तावस्था में है. दरअसल, मंगलयान जब मंगल की कक्षा में प्रवेश करेगा तो उस समय वह इस ग्रह की छाया में होगा और उसे सूर्य की रोशनी नहीं मिल पाएगी. यानी उसके सौर पैनल बेकार होंगे और यान को बैटरी से मिलने वाली ऊर्जा के सहारे मंगल की कक्षा में प्रवेश करना होगा. इस समय मंगलयान की मौजूदा रफतार 22 किमी प्रति सेकंड है और मंगल की कक्षा में प्रवेश के लिए इसे घटाकर 1.6 किमी प्रति सेकेंड़ करना जरूरी है.

 
 
Don't Miss