उषा उत्थुप : आवाज ही पहचान है

 उषा उत्थुप : आवाज ही पहचान है

देश में इंडीपॉप और जैज संगीत को सफल बनाने में उषा उत्थुप का अहम योगदान है. उनकी दमदार आवाज उनकी पहचान है, लेकिन उनके करियर के शुरुआत में एक दौर ऐसा भी था जब उन्हें अपनी आवाज को लेकर खासा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. लेकिन वह सिर्फ गाना चाहती थीं और उनके इसी जुनून ने उनके आलोचकों का मुंह बंद कर दिया. उषा हिंदी से लेकर तमिल, अंग्रेजी और फ्रांसीसी सहित कुल 17 भाषाओं में गा सकती हैं और वह कहती हैं कि उन्होंने कभी भाषा को अपने करियर में आड़े नहीं आने दिया. क्लब सिंगर के रूप में संगीत की पारी शुरू कर स्टेज सिंगिग को देश में लोकप्रिय बनाने वालों में उषा भी शुमार हैं. 'दोस्तों से प्यार किया', 'रंबा हो हो हो' और 'डार्लिग' जैसे धुंआधार गानों से छाप छोड़ चुकीं उषा उत्थुप का पहला प्यार रेडियो रहा है. उनका मानना है कि वीडियो कभी भी ऑडियो की जगह नहीं ले सकता.

 
 
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