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- PICS: पंचम को महमूद ने दिया था मौका

एक दिन महमूद आरडी बर्मन को अपनी कार में बैठाकर घुमाने निकल गये. रास्ते में सफर अच्छा बीते इसलिये आरडी बर्मन अपना माउथ आरगन निकाल कर बजाने लगे. उनके धुन बनाने के अंदाज से महमूद इतने प्रभावित हुये कि उन्होंने फिल्म में एसडी बर्मन को काम देने का इरादा त्याग दिया और अपनी फिल्म ‘छोटे नवाब’ में काम करने का मौका दे दिया. इस बीच पिता के साथ आरडी बर्मन ने बतौर संगीतकार सहायक उन्होंने बंदिनी 1963 ‘तीन देविया’ 1965 और गाइड जैसी फिल्मों के लिये भी संगीत दिया. वर्ष 1965 में प्रदर्शित फिल्म ‘भूत बंगला’ से बतौर संगीतकार पंचम दा कुछ हद तक फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गये. इस फिल्म का गाना ‘आओ ट्विस्ट करें’ श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ. अपने वजूद को तलाशते आरडी बर्मन को लगभग दस वर्ष तक फिल्म इंडस्ट्री मे संघर्ष करना पडा. वर्ष 1966 में प्रदर्शित निर्माता निर्देशक नासिर हुसैन की फिल्म ‘तीसरी मंजिल’ के सुपरहिट गाने ‘आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा’ और ओ हसीना जुल्फों वाली जैसे सदाबहार गानों के जरिये वह बतौर संगीतकार शोहरत की बुंलदियो पर जा पहुंचे.