गूंजती रहेगी 'तमंचे' की गोलियों की गूंज

Movie review: रोमांस के बीच गूंजती रहेगी

फिल्म 'तमंचे' गोलियों की गूंज के बीच परवान चढ़ते प्यार की कहानी है. फिल्म की शुरुआत ही यह समझाने के लिए काफी नजर आती है कि आगे केवल निराशा ही हाथ लगने वाली है. 'तमंचे' नाम से भले ही एक्शन फिल्म लग रही हो लेकिन यह एक प्रेम कहानी है और कुछ दिन पहले रिलीज हुई 'देसी कट्टे' से काफी मिलती-जुलती है. और फिल्म में दो क्रिमिनल आशिकों की कहानी को दिखाया गया है. ड्रग डीलर बाबू (रिचा चड्ढा) और किडनैपर मुन्ना मिश्रा (निखिल द्विवेदी) की मुलाकात पुलिस वैन में होती है. वैन का एक्सीडेंट हो जाता है और वे बच कर भाग निकलते हैं. दोनों साथ रहते हैं. डायरेक्टर नवनीत बहल ने दोनों के बीच रोमांस पैदा करने की पूरी कोशिश की लेकिन जो परिस्थितियां पैदा की गई हैं वे हकीकत के करीब नजर आने की बजाय बचकानी सी लगती है.

 
 
Don't Miss