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- हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह...
दर्शकों की मांग पर गुलाम अली ने कई मशहूर गजलें पेश कीं. उन्होंने इश्क मुझको नहीं.., करो न याद उसे..., दिल में एक लहर सी उठी है..., हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह..., हंगामा है क्यूं बरपा गाकर लोगों को अपना दीवाना बना लिया. तालियों की जबर्दस्त गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने लखनऊवासियों को शुक्रिया कहा.
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