- पहला पन्ना
- फिल्म
- सांवले रंग पर कैफी आजमी ने बेटी शबाना से कहा था...

उन्होंने एक वाकया सुनाते हुए कहा, ‘‘उनकी आंखों में इस कदर विश्वास था. बच्ची के तौर पर मैं अपनी अम्मी और अब्बा के साथ पार्टी में गई थी. वहां कैफी साहब ने एक नज्म पढ़ी और एक महिला ने कहा, ‘‘आप कमाल का लिखते हैं कैफी साहब.’’
Don't Miss