...जब विनोद खन्ना के पिता ने उन पर तान दी थी बंदूक

PICS: ...जब विनोद खन्ना के पिता ने उन पर तान दी थी बंदूक

1987 में विनोद खन्ना ने एक बार फिर से फिल्म 'इंसाफ' के जरिये फिल्म इंडस्ट्री का रूख किया. 1988 में रिलीज फिल्म 'दयावान' विनोद खन्ना के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शामिल है. हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कामयाब नहीं रही लेकिन समीक्षकों का मानना है कि यह फिल्म विनोद खन्ना के करियर की बेहतरीन फिल्मों में से एक है. फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाने के बाद विनोद खन्ना ने समाज सेवा के लिए 1997 में राजनीति में प्रवेश किया और भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से वर्ष 1998 में गुरदासपुर से चुनाव लड़कर लोकसभा सदस्य बने. बाद में केन्द्रीय मंत्री के रूप में भी उन्होंने काम किया. विनोद खन्ना इस बार के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के टिकट पर गुरदासपुर से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. (समयलाइव डेस्क/वार्ता)

 
 
Don't Miss