‘हवाईजादे’ फिल्म की समीक्षा

‘हवाईजादे’ फिल्म की समीक्षा

बाकी की फिल्म कमजोर है और इसमें हद से ज्यादा कल्पनाशीलता का सहारा लिया गया है. फिल्म की मानी जाए तो सात नवंबर, 1895 को जब मुंबई में समुद्र के ऊपर तलपडे के विमान ने उड़ान भरी तब उसमें असल में तलपडे और उसकी प्रेमिका दोनों सवार थे.

 
 
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