शोहरत भी अकेलापन साथ लाती है - आशा पारेख

 शोहरत भी कभी-कभी अकेलापन साथ लाती है - आशा पारेख

आशा पारेख ने 'पीटीआई भाषा' को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ''मेरे लिए वह एक बेहद बूरा दौर था. प्रतिष्ठित अदाकारा आशा पारेख ने अपने माता-पिता को खो दिया था. मैं बिल्कुल अकेली थी और मुझे सबकुछ खुद ही संभालना पड़ता था. मैं बेहद दुखी महसूस करती थी और कई बार ऐसे :आत्महत्या: ख्याल भी आते थे. फिर मैं उससे बाहर निकली. वह काफी संघर्ष भरा था, मुझे उन सब से निकलने के लिए डॉक्टर की मदद लेनी पड़ी.''

 
 
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