महफिलों से मिली शोहरत ने बनाया अजीम शायर

PICS: गुलजार को मुशायरों और महफिलों से मिली शोहरत ने बनाया अजीम शायर

राहुल देव बर्मन के संगीत निर्देशन में गीतकार के रूप में गुलजार की प्रतिभा निखरी और उन्होंन दर्शकों और श्रोताओं को मुसाफिर हूं यारो, परिचय, तेरे बिना जिन्दगी से कोई शिकवा तो नहीं, आंधी, घर जाएगी, खुशबू, मेरा कुछ सामान, इजाजत, तुझसे नाराज नहीं जिन्दगी, मासूम, जैसे साहित्यिक अंदाज वाले गीत दिए, संजीव कुमार, जीतेन्द्र और जया भादुड़ी के अभिनय को निखारने में गुलजार ने अहम भूमिका निभायी थी.

 
 
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