गुलजार के Evergreen गाने

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जाने माने गीतकार गुलजार को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इस मौके पर हम आपको सुनवाते है उनके लिखे कुछ हिट गाने. गुलजार ने फिल्म बंदिनी के लिए पहला गीत लिखा, मोरा गोरा रंग लई ले, मोहे श्याम रंग दई दे…हालांकि फिल्म ‘काबुली वाला’ बंदिनी से पहले ही प्रदर्शित हो गई, जिसमें उनके लिखे गाने ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ और ‘गंगा आए कहाँ से’ आज भी ऑल टाइम्स ग्रेटेस्ट सांग के रूप में याद किए जाते हैं. गुलजार का जन्म पाकिस्तान के झेलम जिले के दीना गांव में 18 अगस्त, 1936 को हुआ था. उनके बचपन का नाम संपूरण सिंह कालरा था. बचपन से ही उन्हें शेरो-शायरी और लेखन का शौक था. गुलजार साहब ने अपनी कलात्मकता सिर्फ गीत लेखन तक ही सीमित नहीं रखी बल्कि उन्होंने निर्देशन में भी हाथ आजमाया. गुलजार ने वर्ष 1971 में फिल्म ‘मेरे अपने’ के जरिये निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा. यह फिल्म एक हिट साबित हुई. इसके बाद उन्होंने ‘कोशिश’ , ‘परिचय’, ‘अचानक’, ‘खुशबू’, ‘नमकीन’, ‘अंगूर’, ‘इजाजत’, ‘लिबास’, ‘माचिस’ और ‘हू तू तू’ जैसी कई कामयाब फिल्में निदेर्शित भी की. इनमें से ‘अंगूर’ और ‘माचिस’ उनके बेहतरीन निर्देशन के लिए जानी जाती हैं.

 
 
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