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- किक और सिंघम रिटर्न्स के लिए दी थी रिश्वत?
सेंसर बोर्ड के सीईओ राकेश कुमार की गिरफ्तारी ने फिल्मों से सर्टिफिकेट आवंटन में बड़े पैमाने पर फैले भ्रष्टाचार का पिटारा खोल दिया है.जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, राकेश कुमार के 7 महीने के कार्यकाल में जितनी फिल्मों को सर्टिफिकेट मिला है, वे सारी जांच के घेरे में आ गई हैं. पूर्व पीएम Indira Gandhi के हत्यारों पर आधारित पंजाबी फिल्म 'कौम दे हीरे' की रिलीज को मिली मंजूरी पर भी सवाल उठ रहा है. यह फिल्म काफी वक्त से सेंसर बोर्ड में रुकी पड़ी थी. जानकार मानते हैं कि यूपीए शासन में इस फिल्म का रिलीज होना नामुमकिन था. ऐसे में, अचानक से फिल्म को मिली मंजूरी और सेंसर बोर्ड घूसकांड मामले के तार आपस में जुड़े हो सकते हैं. CBI के अनुसार बॉबी जासूस, सिंघम रिटर्न्स और किक जैसी बड़ी फिल्मों के निर्माता-निर्देशक को भी सेंसर बोर्ड में चढ़ावा चढ़ाना पड़ा था.