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- बिग बी के जीवन के अनछुए पहलू

जाड़े के दिन थे. अमित दोस्त नरेश के कहने पर उसके साथ कहीं चले गये और घर लौटने में अंधेरा हो गया. अमित लगभग भागते हुए घर पहुंचे और सावधानी से गेट खोलकर बरामदे की ओर दबे कदमों से आ ही रहे थे कि पकड़ लिये गये. बरामदे में पिता बैठे थे. उन्होंने पूछा इतनी देर कैसे हो गई? पिता की आवाज सुन अमित सिर झुका कर खड़े हो गये. वाकई काफी देर हो गई थी. पिता ने कहा, जिस तरह खेलने का वक्त होता है, उसी तरह पढ़ने का भी होता है. मैंने कभी तुम्हें खेलने से नहीं रोका लेकिन बत्ती जलने से पहले घर लौटना जरूरी है. सिर झुका कर अपने कमरे की ओर जाते हुए अमित ने अपने पिता को कहते हुए सुना, ‘जीवन में अनुशासन सर्वोपरि है. अनुशासन के बिना जीवन में कोई तरक्की नहीं करता. अगर अपना काम समय पर करने की आदत नहीं डालोगे, अगर आज अनुशासन का पालन नहीं करोगे तो जीवन में कभी कुछ भी नहीं कर पाओगे.आगे चलकर उनके जीवन में ये सीख काफी काम आयी.