पंजाबी फिल्म 'कौम दे हीरे' पर लगा ग्रहण!

विवादों से घिरी फिल्म

सरकार ने कानून व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों पर बनी विवादित पंजाबी फिल्म 'कौम दे हीरे' की शुक्रवार को प्रस्तावित रिलीज पर रोक लगा दी. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, गृह मंत्रालय और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म देखने के बाद मिलकर यह फैसला किया. सेंसर बोर्ड प्रमुख लीला सैमसन ने गृह मंत्रालय की सिफारिश के आधार पर फिल्म की समीक्षा करने के बाद कहा, ‘‘हमने फिल्म देखी और फैसला किया कि यह शुक्रवार को रिलीज नहीं होगी’’. उन्होंने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय की रिपोर्ट और फिल्म के प्रदर्शन से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के आधार पर गृह मंत्रालय, सीबीएससी और सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों ने यह फैसला किया’’. गृह मंत्रालय ने फिल्म की विषयवस्तु को लेकर आपत्ति और गंभीर चिंता जताई और सूचना प्रसारण मंत्रालय से इस फिल्म को रिलीज के लिए दी गई मंजूरी पर पुनर्विचार करने के लिए कहा. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लिखे पत्र में गृह मंत्रालय ने कहा कि यह फिल्म पंजाब और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित कर सकती है. गृह मंत्रालय ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से कहा कि फिल्म की कुछ सामग्री बेहद आपत्तिजनक है और यह समुदायों के बीच शत्रुता पैदा कर सकती है और इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है.

 
 
Don't Miss