हजरत इमाम-ए-हुसैन नाम नहीं पैगाम

 हजरत इमाम-ए-हुसैन नाम नहीं पैगाम है : मौ. मंसूर

हजरत इमाम-ए-हुसैन एक शख्स का नाम नहीं, बल्कि एक पैगाम है.यह दौर में मजलूम व मजबूर इंसानों को सच्चाई व ईमानदारी से मुकाबला करने का हौसला देता है. यह जानकारी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दरगाह हजरत शाहमीना शाह में जलसा शोहदाये कर्बला व शोहदाए इस्लाम में मौलाना मंसूर आलम ने दी. उधर चौथे मोहर्रम को जगह-जगह जलसे हुए जिसमें उलमा ने कर्बला के शहीदों व सहाबा-ए-किराम की सीरत पर रौशनी डाली.

 
 
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