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- देसी बम से मछलियों का शिकार!
राजस्थान के कोटा के नहरों, नालों और चंबल नदी में मछलियों को मारने के लिए देसी बम का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है. नाजुक मछलियों को मारने के लिए अमोनियम नाइट्रेट, पोटाश, डीजल, कांच की शीशी, एल्युमिनियम की पतली सी रॉड, धागा और कपड़े की बत्ती का इस्तेमाल कर विस्फोटक बनाया जा रहा है. मछली मारने के लिए मछुआरे भोर में ही निकल जाते हैं और तालाब या नदी में मछलियों का झुंड तलाशते हैं और बम को आग लगाकर तुरंत निशाने की ओर फेंक देते हैं. इस बम के धमाके से आसपास की मछलियां तुरंत मर जाती हैं. मरने के कुछ ही समय बाद मछलियां पानी की सतह पर ऊपर आ जाती हैं. जिन्हें ये इकट्ठा कर लेते हैं.
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