जनलोकपाल पर कुर्बान कुर्सी, केजरीवाल ने दिया इस्तीफा

जनलोकपाल पर कुर्बान कुर्सी, केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा

दिल्ली विधानसभा में जनलोकपाल बिल पेश नहीं हो पाने से दुखी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया है और उपराज्यपाल से विधानसभा भंगकर दोबारा चुनाव की सिफारिश की है. उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने से पहले केजरीवाल ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें विधानसभा चुनाव में 28 सीटें मिली थीं. उम्मीद नहीं थी कि हमारी सरकार बनेगी लेकिन कांग्रेस ने जबर्दस्ती समर्थन दिया. हमने जनता की राय ली तो जनादेश मिला कि जबतक कांग्रेस समर्थन दे रही है तब तक सरकार बनाओ और काम करके दिखाओ. केजरीवाल ने कहा कि हमने डेढ़ महीने में वो काम करके दिखाए जो पिछली सरकारें दशकों से नहीं कर पाईं. बिजली कंपनियों का ऑडिट कराया, दिल्ली को करप्शन फ्री किया, मंत्रियों-उद्योगपतियों के खिलाफ एफआईआर कराई. लेकिन जब जनलोकपाल बिल पास करने की बारी आई तो कांग्रेस और बीजेपी एक साथ मिल गए. गौरतलब है कि विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा दोनों के कड़े विरोध के चलते उन्हें अपना जनलोकपाल विधेयक पेश करने से रोक दिया गया. यह विधेयक केजरीवाल का एक सपना है. केजरीवाल के नजदीकी सूत्रों ने बताया था कि मुख्यमंत्री 'इस्तीफा देने का कठोर कदम' उठा सकते हैं क्योंकि सरकार के सबसे बड़े विधेयक को पेश करने की इजाजत नहीं दी गई. सूत्रों ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री का मानना है कि सरकार के बने रहने का कोई मतलब नहीं है’’. इससे पूर्व, आप कार्यकर्ताओं को पार्टी कार्यालय हनुमान रोड पर बुलाया गया है जहां केजरीवाल औपचारिक रुप से इसकी घोषणा करेंगे.

 
 
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