तनाव-प्रदूषण भी बढ़ाता है दिल को खतरा

 तनाव और प्रदूषण भी बढ़ाता है दिल की बीमारी

जंक फूड का सेवन, गलत जीवन शैली और बढ़ते तनाव और प्रदूषण से दिल के रोगियों की संख्या भारत में निरंतर बढ़ रही है. विश्व हृदय दिवस के अवसर पर जिन्दल अस्पताल के सीनियर कार्डियोलोजिस्ट डॉ दिनेश सहगल ने कहा कि लोग शारीरिक श्रम करना नहीं चाहते और खाना अच्छा चाहते हैं. कैलोरीज ज्यादा खाने से उसे पचाना भी जरूरी है. डॉ सहगल हरियाणा के एकमात्र हृदय रोग विशेषज्ञ हैं जो एक हजार से अधिक वाल्ब रोगियों का उपचार बिना ऑप्रेशन के कर चुके हैं. इसे बी.एम.वी. (बेलून मिटरल वोल्वोटोमी) कहा जाता है. इस उपचार से रोगी के दिल की चीर-फाड़ नहीं की जाती और तार के द्वारा दिल के वाल्ब की मरम्मत की जाती है.

 
 
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