नागपंचमी पर क्यों करते हैं नाग की पूजा?

PICS: नागपंचमी पर क्यों करते हैं नाग की पूजा? ऐसे करिए पूजन हर मनोकामना होगी पूरी

नागपंचमी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है. हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन माह की शुक्ल पक्ष के पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता या सर्प की पूजा की जाती है. हमारे देश में नाग पूजा प्राचीनकाल से चली आ रही है. इस दिन नागों का दर्शन शुभ माना जाता है और उन्हें दूध पिलाया जाता है. मानव सभ्यता के आरंभ से ही सर्प के प्रति भय की भावना व्याप्त रही है. इन्हें शक्ति और सूर्य का अवतार भी माना जाता है. हमारे समाज में व्याप्त धार्मिक आस्थाओं के आधार पर लिंग, सर्प, अग्नि, सूर्य और पितर का बड़ा महात्म्य है. मोहन जोदड़ों, हड़प्पा और सिंधु सभ्यता की खुदाई में जो प्रमाण मिले हैं, उनमें नाग-पूजा के अनेक प्रमाण उपलब्ध हैं. इस दिन ब्रम्ह मुहूर्त में स्नान कर घर के दरवाजे पर या पूजा के स्थान पर गोबर से नाग बनाया जाता है. दूध, दुबी, कुशा, चंदन, अक्षत, पुष्प आदि से नाग देवता की पूजा की जाती है लड्डू और मालपुआ का भोग बनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन सर्प को दूध से स्नान कराने से सांप का भय नहीं रहता.

 
 
Don't Miss