इसलिए नंदी हर कहीं होते हैं शिव के साथ

नंदी को है वरदान, इसलिए हर कहीं होते हैं शिव के साथ

भगवान शिव के वाहन नंदी का एक रूप सबको आनंदित करने वाला है. इसी कारण भगवान शिव के इस अवतार का नाम नंदी पड़ा. हर शिव मंदिर में भगवान शंकर के सामने नंदी की स्थापना की जाती है. इसके पीछे एक पौराणिक कथा है. कथा के अनुसार शिलाद मुनि के ब्रह्मचारी हो जाने के कारण वंश समाप्त होता देख उनके पितरों ने अपनी चिंता उनसे व्यक्त की. मुनि योग और तप आदि में व्यस्त रहने के कारण गृहस्थाश्रम नहीं अपनाना चाहते थे. उन्होंने संतान की कामना से इंद्र देव को तप से प्रसन्न कर जन्म और मृत्यु से हीन पुत्र का वरदान मांगा. इंद्र ने ऐसा वरदान देने में असर्मथता प्रकट की और उन्हें भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कहा. तब शिलाद ने कठोर तपस्या की. भगवान शंकर ने उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर स्वयं शिलाद के पुत्र रूप में प्रकट होने का वरदान दिया.

 
 
Don't Miss