सावन में ऐसे करें भोलेनाथ की पूजा, हर इच्छा होगी पूरी

PICS: भगवान शिव को प्रिय है श्रावण मास, ऐसे करें पूजा, हर इच्छा होगी पूरी

पवित्र सावन मास में देशभर में लगभग सभी शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलती हैं. शिवालयों में अभिषेक पूजन के साथ हर हर महादेव और बम बम भोले के गगनभेदी जयकारे गुंजायमान रहते हैं. वहीं, घंटे-घड़ियालों की गूंज के बीच शिव चालीसा और पंचाक्षरी के स्वर भी गूंजते रहते हैं. पौराणिक आख्यानों में श्रावण मास को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है और कहा गया है कि इस माह में जीव को शिव की आराधना का कई गुना फल प्राप्त होता है. सावन शुरू होने के साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है. पुराणों में इस महीने में भगवान शिव की आराधना का खास महत्व बताया गया है. सभी शिवभक्त बाबा को दूध, भांग, धतूरा और बेलपत्र चढ़ाते हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन से विष निकला तो सभी देवताओं ने भगवान शिव का आह्वान किया और जगत कल्याण के लिए भगवान शिव ने विष अपने कंठ में ले लिया. हलाहल के पान से देवाधिदेव को भयंकर पीड़ा हुई, जिसके चलते पृथ्वी में चारों ओर हाहाकार मच गया. भयंकर तपन से प्राणी काल के गाल में समाने लगे.

 
 
Don't Miss