यहां वसंत के साथ आती है होली की बयार

PICS: यहां वसंत पंचमी के साथ आती है होली की बयार

जहां देश के अन्य भागों में होली की चर्चा तक नहीं हो रही है वहीं ब्रज मंडल में वसंत से ही होली की बयार बहने लगती है क्योंकि यहां के मंदिरों में युगल सरकार के प्रसाद के रूप में होली मनाई जाती है. ब्रज की होली हंसी ठिठोली की होली है. यह ऐसी अनूठी होली है कि जिसका केन्द्र बिन्दु या तो ब्रज के मंदिर बनते हैं या श्यामाश्याम का चरणोदक बनता है. वसंत पंचमी पर जहां देश के अन्य भागों में बुद्धि की अधिष्ठात्री सरस्वती की पूजा होती है वहीं ब्रज के मंदिरों में इस दिन ही होली का डाढ़ा गाड़ दिया जाता है जो इस बात का प्रतीक होता है कि उसी दिन से होली शुरू हो गई है. इस बार ब्रज में वसंत का त्योहार दो दिन तक मनाया जा रहा है जहां द्वारकाधीश मंदिर, शाहजी मंदिर, मंदिर श्रीधाम गोदा विहार, नन्दबाबा मंदिर नन्दगांव, श्रीजी मंदिर बरसाना समेत कुछ मंदिरों में यह त्योहार 12 फरवरी को मनाया जा रहा है वहीं बांकेबिहारी मंदिर, राधाश्यामसुन्दर मंदिर जैसे मंदिरों में यह त्योहार 13 फरवरी को मनाया जाएगा.

 
 
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