प्लेटलेट्स की कमी से नहीं होती डेंगू पीड़ित की मौत!

PICS: प्लेटलेट्स की कमी से नहीं होती डेंगू पीड़ित की मौत!

अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार, जब तक प्लेट्लेट्स की संख्या 10,000 से कम न हो तब तक और ब्लीडिंग न हो रही हो तो प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन की आवश्यक्ता नहीं होती. यह जानकारी एक हार्ट विशेषज्ञ ने दी. उन्होंने कहा कि डेंगू में मौत का कारण कैप्लरी लीकेज होता है, जिस वजह से इंट्राव्स्कुली कम्पार्टमेंट में रक्त की कमी हो जाती है और शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं. डेंगू के उन मरीजों में अधिक खतरा है जिन्हें दोबारा डेंगू हुआ है. इन लोगों में डेंगू शाक सिंड्रोम का अधिक खतरा रहता है. -डेंगू बुखार मच्छरों के काटने से होने वाली एक दर्दनाक बीमारी है. यह चार किस्मों के डेंगू वायरस के संक्रमण से होती है जो मादा ऐडीस मच्छर के काटने से फैलता है. डेंगू बुखार में तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश होते हैं. हालांकि कुछ लोगों में लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी आदि हो सकता है.

 
 
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