क्षेत्रीय फिल्में कर खुश हैं सोनाली
पिछले कुछ वर्षों से क्षेत्रीय फिल्मों में अपनी अदाकारी के जौहर दिखा रही सोनाली कुलकर्णी का कहना है कि वह गैर हिंदी भाषी फिल्में कर खुश हैं.
सोनाली कुलकर्णी |
बॉलीवुड में कदम रखने से पहले स्थानीय फिल्मों में काम कर चुकी सोनाली का कहना है कि उन्होंने अपने करियर को लेकर हमेशा दांव खेला है. चाहे पहली फिल्म ‘चेलुवी’ में पेड़ बनना हो या ‘मिशन कश्मीर’ में रितिक रोशन की मां का किरदार निभाना हो, ‘‘मैंने अपने करियर को लेकर हमेशा दांव खेला है.’’
अभिनेत्री ने कहा, ‘‘मैं बतौर कलाकार मैं मुक्त महसूस करती हूं और इससे मुझे काफी स्वतंत्रता मिलती है. मैं सिर्फ काम के बारे में ही बात करती हूं. पिछले कुछ सालों में मैंने क्षेत्रीय फिल्में अधिक की हैं. मुझे गर्व है कि उन फिल्मों को सफलता भी मिली.’’
उन्होंने कहा ‘‘ऐसा नहीं है कि मैं अपने करियर पर ध्यान नहीं दे रही. यह जरूर है कि मैं अलग-अलग फिल्मों का चुनाव कर रही हूं पर इसमें मुझे मजा भी आ रहा है.’’
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