पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाना भारतीय फिल्मों के लिए घाटे का परिणाम हो सकता है: पहलाज निहलानी
बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों को इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इम्पा) द्वारा प्रतिबंधित किए जाने को फिल्मकार और सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी प्रासंगिक नहीं मानते.
पहलाज निहलानी (फाइल फोटो) |
निहलानी ने कहा, "प्रतिबंध की मांग करने वाले ये लोग होते कौन हैं? किस अधिकार से ये प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं? इम्पा का एक भी सदस्य निर्माता पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम नहीं कर रहा हैं. इससे सबसे ज्यादा नुकसान करन जौहर और रितेश सिधवानी को हुआ है जिन्होंने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ अपनी फिल्म लगभग पूरी कर ली थी."
उन्होंने कहा कि इन कलाकारों को भी यहां काम करने का हक है.
करन जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' में फवाद खान और रितेश सिधवानी की फिल्म 'रईस' में माहिरा खान हैं. अभिनेत्री की यह पहली हिंदी फिल्म है.
निहलानी ने कहा कि सिर्फ कलाकारों को ही नहीं बल्कि दूसरे क्षेत्रों में काम करने वाले पाकिस्तानी पेशेवरों को भी दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार होने तक के लिए प्रतिबंधित कर देना चाहिए.
इम्पा से पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना पाकिस्तानी कलाकारों से देश छोड़ने के लिए कह चुकी है.
फिल्मी और सियासी गलियारों में जहां इन सब बातों को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है, वहीं कुछ पाकिस्तानी सिनेमाघरों ने भी भारतीय फिल्मों को नहीं प्रदर्शित करने का फैसला किया है.
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