बतंगड़ बेतुक : एक जननायक का कूकर अंत

Last Updated 12 Jul 2020 03:35:44 AM IST

झल्लन आते ही बोला, ‘हम नहीं सोचे थे कि एक जननायक के साथ ऐसा बुरा होगा।’ हमने कहा, ‘क्या हो गया, किस जननायक के साथ बुरा हो गया?’


बतंगड़ बेतुक : एक जननायक का कूकर अंत

वह बोला, ‘क्या ददाजू, ना आप अखबार पढ़ते हो ना टीवी देखते हो, तभी ऐसे फालतू सवाल पूछते हो। इधर एक ही तो जननायक था जो टीवी के हर पर्दे से झांक रहा था, गांव-गंवोलों से लेकर शहरी बाबुओं तक सबके दिल-दिमाग हांक रहा था। उसने तो खुद को प्यार से पकड़वा दिया था, पकड़ में जाने से पहले भोले बाबा का आशीर्वाद भी ले लिया था।’ हमने कहा, ‘तो तू कानपुर वाले की बात कर रहा है पर समझ नहीं आया कि तू काहे उसे जननायक कह रहा है और काहे उस पर अफसोस कर रहा है?’
झल्लन बोला, ‘देखिए ददाजू, आपकी समझदारी हम से मेल नहीं खाती, हमारी सीधी बात भी आपकी समझ में नहीं आती। जिसे उसके गांव के गंवोले सर पर बिठाये रखते हों, जिसके इशारे पर मार और मर सकते हों, पुलिस का पूरा थाना जिसकी ताबेदारी करता हो, सरकार किसी की भी हो पर सब में पैठ रखता हो, सब में उसका रसूख रहता हो, न्याय-कानून सबको ठेंगा दिखा सकता हो, कोई उसका कुछ न कर सकता हो, तो ऐसी महान शख्सियत के आगे आप क्या विशेषण रखेंगे? उसे जननायक नहीं तो और क्या कहेंगे?’ हमने मुस्कुराते हुए कहा, ‘तेरे जननायक ने भोले बाबा का आशीर्वाद भी ले लिया था, खुद को पकड़वाकर बचने का पुख्ता प्रबंध भी कर लिया था, तो तू ही बता कि क्या चूक हो गयी जिसकी उसे ऐसी कीमत चुकानी पड़ी, अपनी जान ही गंवानी पड़ी?’ झल्लन बोला, ‘ददाजू, हर जननायक सिस्टम का मान रखता है, सिस्टम कितना मजबूत है इस बात का हमेशा ध्यान रखता है। पर हमारे जननायक ने सिस्टम को धता बता दी और फोकट में अपनी जान गंवा दी।’

हमारा दिमाग चकराया, हमारी समझ में कुछ नहीं आया, हमने कहा, ‘कौन-सा सिस्टम मजबूत है, सिस्टम मजबूत होता तो कोई जननायक ही कैसे पैदा होता?’ झल्लन बोला, ‘क्या ददाजू, इतना भी नहीं समझते कि जब सिस्टम मजबूत होता है तभी मजबूत जननायक पैदा होता है। हर जननायक का कर्तव्य होता है कि सिस्टम से न टकराए और बैठे-ठाले अपने घर में आग न लगाए। अब देखिए, जिस सिस्टम ने आपको पाला-पोसा है, जननायक बनाया है, पुलिस-प्रशासन, नेता-जनता सबको आपकी सेवा में लगाया है, सब जगह आपका सिक्का चलाया है तो आपका कर्तव्य बनता है कि ऐसे मजबूत सिस्टम के साथ रहें,  सिस्टम के विरुद्ध न बहें।’
हमने कहा, ‘क्या कहना चाहता है, सिस्टम को लेकर क्या बताना चाहता है?’ वह बोला, ‘सिस्टम ये है कि आप पुलिस को पटाकर चलें, थाना-कचहरी को साथ जुटाकर चलें। अगर कहीं कोई चीज मनोनुकूल नहीं हो रही हो तो पक्ष-विपक्ष के नेताओं से दबाव डलवाएं, जरूरत हो तो एक का पैसा खाकर दूसरे को खिलाएं और सिस्टम के साथ चलकर सिस्टम को अपने साथ चलाएं।’ हमने कहा, ‘तो तू कहना चाहता है कि तेरा जननायक मजबूत सिस्टम के विरुद्ध चला गया और इसीलिए पुलिस के हाथों शहादत पा गया?’ वह बोला, ‘जी, यही बात है। सच्चा जननायक पुलिस पर हमले नहीं करवाता है बल्कि पुलिस को अपनी सुरक्षा में लगवाता है, लेकिन हमारे इस कनपुरिया नायक ने सिस्टम को उलट दिया तो सब उलट गया और बेचारा जननायक सस्ते में सुलट गया।’ हमने कहा, ‘अच्छा किया जो पुलिस ने उसे सुलटा दिया, ऐसा करके तेरे जननायकों के मन में डर बिठा दिया। अब कोई जननायक पैदा नहीं हो पाएगा और कोई भी ऐसे कूकर अंत से घबराएगा।’ झल्लन बोला, ‘कैसी बात करते हो ददाजू, हमारी प्रदेश भूमि उर्वरा भूमि है जो जननायक पैदा करती रहती है और जननायकों की फसल यहां हमेशा लह-लह बनी रहती है। और फिर हमारी पुलिस जननायकों के बिना कैसे रह पाएगी, वह तो ढूंढ-ढूंढकर काबिल प्रत्याशियों को जननायक बनाएगी। हां, आगे कोई भी जननायक इतना जरूर ध्यान देगा, पिनक में आकर पुलिस से पंगा नहीं लेगा। वैसे तो सभी जननायक सिद्धांतत: पुलिस से हाथ मिलाकर चलते हैं लेकिन कभी-कभी कुछ मूर्ख निकल आते हैं जो पुलिस के विरुद्ध ऐसी हरकत करते हैं।’ हमने कहा, मीडिया तो तेरे जननायक की मुठभेड़ पर सवाल उठा रहा है, कानून की दुहाई दे रहा है और न्याय-व्यवस्था को भी बीच में ला रहा है?’
वह बोला, ‘अपनी कहें ददाजू, हिजड़ों की तालियों और मीडिया की जुगालियों में हमें तो कोई फरक नजर नहीं आता। जब पुलिस हमारे जननायक को पकड़ नहीं पा रही थी तो हिज्जू मीडिया पुलिस के पुंसकता पर प्रश्न उठा रहा था। जब पुलिस ने उसे निपटा दिया है तो उसके निपटान पर सवाल उठा रहा है। और मीडिया भी क्या करे, वह तो अपना धन-धर्म निभा रहा है।’ हमने कहा, ‘अब ये बता, तू कौन-सा धर्म निभाएगा, आगे तेरा चिंतन किधर जाएगा?’ झल्लन बोला, ‘ददाजू, झल्लन के कर्म-चिंतन से कहीं कोई फरक नहीं पड़ेगा, सिस्टम जैसा है वैसा ही रहेगा, हां, हमारे जननायक की खाली जगह कौन नया जननायक कितनी जल्दी भरेगा, बस, यही देखने का इंतजार रहेगा।’

विभांशु दिव्याल


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment