पाली उमरीगर ट्राफी को हाथ में लेना बहुत खास पल: भुवनेश्वर
भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने कुछ वर्ष पहले वीरेंद्र सहवाग से उनकी पाली उमरीगर ट्राफी को नजदीक से देखने की अनुमति मांगी थी.
बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल भुवनेश्वर कुमार को ट्रॉफी भेंट करते हुए. |
लेकिन शुक्रवार रात जब बीसीसीआई ने उन्हें क्रिकेटर आफ द ईयर अवार्ड से नवाजा तो मेरठ के युवा क्रिकेटर का इस ट्राफी को हाथ में लेने का सपना भी पूरा हो गया.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मेरठ के युवा खिलाड़ी भुवनेश्वर को एक सम्मान समारोह में क्रिकेट आफ द ईयर अवार्ड से नवाजा और पाली उमरीगर ट्राफी भेंट की. भुवनेश्वर के तीनों प्रारूपों में आलराउंड प्रदर्शन के लिये उन्हें यह अवार्ड दिया गया.
ट्राफी को देख बेहद भावुक दिख रहे भुवनेश्वर ने कहा, "मुझे याद है जब वर्ष 2007-08 में वीरेंद्र सहवाग को यह अवार्ड मिला तो मैंने उनसे कहा था कि क्या मैं इसे नजदीक से देख सकता हूं. मैं उस समय अंडर 19 टीम का हिस्सा था. लेकिन अब इस ट्राफी को अपने हाथों में लेने का मेरा सपना भी पूरा हो गया है."
पिछले दो वर्षो में अपने आलराउंड प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट टीम में अहम बन चुके भुवनेश्वर ने इतने कम समय में ही राष्ट्रीय टीम की ओर से तीनों प्रारूपों में खेला है. तेज गेंदबाज भुवी ने लेकिन गेंदबाजी के साथ साथ निचले क्रम पर कमाल की बल्लेबाजी से भी अपना लोहा मनवाया है.
इस वर्ष के शुरू में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम का हिस्सा रहे भुवी ने सात टेस्टों में 22 विकेट लेने के साथ 263 रन भी बनाये. उन्होंने 22 वनडे मैचों में 17 विकेट भी अपने नाम किये. भुवी ने कहा, "मैं इस अवार्ड के लिये अपने टीम साथियों को धन्यवाद करना चाहता हूं क्योंकि उनके बिना यह ट्राफी हासिल करना संभव नहीं हो सकता था."
इस बीच भारत के पूर्व कप्तान दिलिप वेंगसरकर को कर्नल सीके नायडू लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया.
वेंगसरकर ने कहा, "मैं उन लोगों की सूची देख रहा था जिन्हें पिछले वर्षो में यह अवार्ड मिला है. मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि मैं भी उन गणमान्यों की सूची में शामिल हो गया हूं. मैं बीसीसीआई को इसके लिये धन्यवाद देना चाहता हूं."
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