दिल्ली पुस्तक मेला : गीता-कुरान सब एक जगह
सप्ताह का पहला कामकाजी दिन होने के कारण सोमवार को युवा तो ज्यादा नहीं पर स्कूली बच्चों की भीड़ से दोपहर तक पूरा मेला भर गया.
दिल्ली पुस्तक मेला (file photo) |
तरह तरह की यूनीफार्म पहने स्कूली बच्चों ने अपने अध्यापकों के साथ किताबों की खरीदारी की. बच्चों ने सबसे ज्यादा बाल उपन्यास और विशय से जुड़ी संदर्भ पुस्तकें खरीदीं.
उनके अध्यापकों ने बताया कि सबसे ज्यादा समय बच्चों ने विदेशी स्टॉल ग्लोरियर पर बिताया.
वहां के प्रतिनिधियों ने बच्चों को शिक्षा उपकरणों की जानकारी दी. बच्चों ने शिक्षा उपकरणों से संबंधित कई सवाल पूछे. अध्यापकों ने बच्चों को गीता, कुरान व गुरुग्रंथ साहिब दिखाया और बताया कि मेला एक ऐसा स्थान है जो सभी धर्म और मजहब को एक स्थान पर ला देता है.
पूरा मेला स्कूल के रंग में रंगा नजर आ रहा था. लेखक के. पंकज द्वारा संकलित डॉयमंड प्रकाशन की पुस्तक समर्थ भारत का विमोचन हुआ.
दिल्ली पुस्तक मेला के आयोजक फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स 3 सितंबर को पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है. प्रतियोगिता के लिए नि:षुल्क पंजीकरण सूचना केंद्र में 11 बजे से शाम 6 बजे तक हो रहा है. बच्चों को बोर्ड और कलर्स स्वयं लाने होंगे.
ड्राइंग शीट्स आयोजक की तरफ से दी जाएगी. चित्रकला प्रतियोगिता के दो ग्रुप होंगे. पहला ग्रुप 5-10 वर्श के बच्चों के लिए होगा और दूसरा 11-16 वर्श के बच्चों के लिए. यह प्रतियोगिता हॉल संख्या 10 व 11 में आयोजित होगी.
उर्दू अकादमी के प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि इस वर्ष पाठकों की रुचि शायरी व गजलों में बढ़ी है. उन्होंने बताया कि आज भी गालिब की गजलें व शायरियां लोगों को उतनी पसंद है, जितनी सालों पहले थी.
मंगलवार (1 सितंबर) को बचपन सोसाइटी फॉर चिल्ड्रेंस लिटरेचर एंड कल्चर बच्चों के लिए सुनें, जानें और खेलें कहानी नामक कार्यक्रम का आयोजन करेगा. कार्यक्रम के दौरान दादा, दादी और नाना नानी भी बच्चों को कहानी सुनाएंगे. कार्यक्रम प्रगति मैदान के हॉल संख्या 8 ऑडिटोरियम में आयोजित होगा.
दूसरा कार्यक्रम एमिटी विश्वविद्यालय कथा-कथन (स्टोरी टेलिंग) पर आयोजित करेगा.
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