बेहतरीन ऑप्शन है एचआर मैनेजर

Last Updated 04 Aug 2015 12:46:17 PM IST

ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट से जुड़े कोर्स पहले सोशल वर्क प्रोग्राम का पार्ट हुआ करता था लेकिन मार्केट में डिमांड बढ़ने की वजह से इस कोर्स को अलग कर दिया गया.


ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (file photo)

अब यह अपने आप में कम्प्लीट कोर्स है. इस कोर्स के लिए किताबी कीड़ा होने की बजाय प्रैक्टिकल नॉलेज होना बेहद जरूरी है. इस क्षेत्र में एक्सपीरियंस और एक्सपोजर बहुत मायने रखता है.

इसकी वजह है कि किसी भी बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के एचआर को संभालने के लिए व्यक्तिगत तौर पर काफी अनुभव की जरूरत होती है.किसी भी ऑग्रेनाइजेशन के एचआर डिपार्टमेंट में जॉब पाने के लिए कैंडिडेट के पास ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री या डिप्लोमा होना जरूरी है. किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएट स्टूडेंट एचआर कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह कोर्स दो वर्ष का होता है.

इस कोर्स में प्रवेश के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के दौर से गुजरना होता है. ज्यादातर इंस्टीट्यूट छात्रों को कैट, मैट, जैट जैसे इंट्रेंस टेस्ट में आए स्कोर के आधार पर दाखिला देते हैं. कुछ इंस्टीट्यूट इन कोर्सेस के लिए खुद भी इंट्रेंस टेस्ट लेता है.स्किल्सह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में एक्सपर्ट होने के लिए स्टूडेंट में इंटरपर्सनल स्किल्स का होना जरूरी है. एचआर का काम कंप्लीट डेडीकेशन, फ्लेक्सिबिलिटी और मिक्सिंग नेचर की डिमांड करता है.

लीडरशिप क्वालिटी और टाइम मैनेजमेंट का गुण इस करियर में आपको काफी आगे ले जा सकता है. एचआर स्टाफ को एक टीम के रूप में काम करना होता है. इसके अलावा आपमें लोगों को साथ जोड़ने की क्षमता होनी चाहिए. एक टीम के रूप में तमाम लोगों के साथ कोऑर्डिनेट करते हुए उन्हें मिलजुल कर काम करने के लिए प्रेरित करना जरूरी है. एचआर मेंबर के लिए स्टाफ के नाम और फेस याद रखना जरूरी होता है.

एक प्रोफेशनल एचआर पर्सन के अंदर पूर्वाग्रह नहीं होना चाहिए और दूसरों को समझने, स्टाफ का विश्वास पाने और रेस्पेक्ट करने की क्षमता होनी चाहिए.कामकाजआज हर कंपनी को अपने स्टाफ को मैनेज करने के लिए सक्षम एचआर मैनेजर की जरूरत होती है. इस लिहाज से एचआरएम ग्रेजुएट्स के लिए काफी संभावनाएं हैं.

ह्यूमन रिसोर्स इंफाम्रेशन (एचआरआई) सिस्टम्स को व्यवस्थित करने के लिए कर्मचारियों के बारे में जानकारियां जुटाने से लेकर अब एचआर मैनेजर का कार्य रिक्रूटमेंट मैनेजर, कंपेंसेशन मैनेजर, एंप्लॉयर रिलेशन मैनेजर, स्ट्रेटेजिक मैनेजर तक पहुंच गया है. इन्हें कंपनियों द्वारा एचआर डिपार्टमेंट, एचआर रिक्रूटमेंट, एचआर ऑडिटिंग, जैसे कामों में लगाया जाता है.

ये स्टाफ मैनेजमेंट से रिलेटेड सभी पहलुओं पर गौर करते हुए उनका उत्साह बढ़ाने की हर संभव कोशिश करते हैं.अवसरकई कंपनियां कैंपस इंटरव्यू के जरिए ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स को जॉब ऑफर करती है. एचआर मैनेजर चाहे तो कॉरपोरेट घरानों, मल्टीनेशनल कंपनियों, बैंकिंग व फाइनेंशियल ऑर्गनाइजेशन के अलावा, पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर से रिलेटेड कंपनियों में जॉब कर सकते हैं. एचआर एक ऐसा जॉब है जिसमें व्यक्ति दूसरों के साथ काम करके अधिक से अधिक सीख सकता है.

इस क्षेत्र में एक्सपीरियंस के साथ ही महारत हासिल की जा सकती है. इसलिए ग्रेजुएशन करने के बाद सीधे जॉब तलाशने की बजाय किसी ऑर्गनाइजेशन के साथ जुड़कर इससे संबंधित काम के बारे में सीखने की कोशिश करनी चाहिए.सैलरी पैकेजएक ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर को किसी भी प्राइवेट ऑग्रेनाइजेशन में 15 हजार से 30 हजार रपए महीने तक की सैलरी मिल सकती है.

किसी टॉप इंस्टीट्यूट से पासआउट कैंडिडेट सालाना 3 लाख से 5 लाख रपए तक कमा सकते हैं. यहां सैलरी व्यक्ति की क्षमता, शैक्षणिक योग्यता और एक्सपीरियंस के आधार पर बढ़ती रहती है. सीनियर लेवल पर एचआर मैनेजर को 60 हजार रुपये से 90 हजार मासिक की सैलरी भी मिल सकती है. (द कृष्ण कुमार)



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