फर्स्ट कटऑफ वालों को ही मिलेगा हॉस्टल

Last Updated 29 Jun 2015 01:39:32 PM IST

दिल्ली विविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में हर साल देशभर से विद्यार्थी कॉलेजों में दाखिला लेते हैं.


फर्स्ट कटऑफ वालों को ही मिलेगा हॉस्टल (file photo)

लेकिन चंद कॉलेजों में ही हॉस्टल की सुविधाएं हैं. डीयू की 69 कॉलेजों में से सिर्फ 14 कॉलेजों में ही हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है. लिहाजा दाखिले से ज्यादा हॉस्टल लेने को लेकर मारामारी रहती है. इस कारण कॉलेजों में केवल पहले कटऑफ वालों को ही हॉस्टल में जगह मिलती है. कॉलेजों में मेरिट बनाकर फर्स्ट कटऑफ वालों को हॉस्टल की सुविधा दी जाती है. ऐसा कम ही होता है कि फस्र्ट कटऑफ वाले कॉलेज छोड़कर चले जाएं और सेकेंड कटऑफ वालों को मौका मिल जाए.

डीयू के ज्वाइंट डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. मलय नीरव ने बताया कि कॉलेजों में फर्स्ट कटऑफ वालों को ही हॉस्टल मिलता है, सेकेंड वालों को तो मौका हीं नहीं मिल पाता. लिहाजा बाकी को बाहर कहीं किराये पर रहना पड़ता है. यह दिक्कत इस कारण है कि स्टूडेंट्स ज्यादा है और हॉस्टल कम है. बता दें कि कॉलेजों में केवल दिल्ली से बाहर के विद्यार्थियों को ही हॉस्टल की सुविधा दिये जाने का प्रावधान है. एसआरसीसी कॉलेज के नियमों के तहत दिल्ली से बिल्कुल लगे इलाके यानि एनसीआर जो कि कॉलेज ने खुद परिभाषित किया है, वहां के विद्यार्थियों को भी हॉस्टल की सुविधा नहीं दी जाती है.

इस समस्या को दूर करने के लिए श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स तैयारी कर रहा है. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक सहगल ने बताया कि हॉस्टल में पहले कटऑफ वालों को ही मेरिट के आधार पर हॉस्टल मिलता है. अभी फर्स्ट ईयर में गर्ल्स के लिए करीब 16 से 17 सीटें हैं और ब्वायज के लिए 50 सीटें है लेकिन फस्र्ट ईयर में इससे कहीं ज्यादा दाखिले फस्र्ट कटऑफ वालों के हो चुके हैं.

लिहाजा फर्स्ट कटऑफ में भी कई को हॉस्टल नसीब नहीं होगा. डॉ. सहगल ने बताया कि अभी मौजूदा समय में कुल 200 सीटों का हॉस्टल कॉलेज में है. जिसमें 150 सीटें छात्रों के लिए और 50 सीटें छात्राओं के लिए हैं. कॉलेज द्वारा 200 सीटों का एक और हॉस्टल ब्लॉक बनाया जा रहा है, जो जनवरी तक तैयार हो जाएगा.

यह हॉस्टल पूरी तरह से गर्ल्स के लिए होगा. इस प्रकार गर्ल्स ब्वायज के लिए 2000-200 सीटों का हॉस्टल हो जाएगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को हॉस्टल की सुविधा मिल सकेगी. रामजस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि हमारे कॉलेज में फर्स्ट कटऑफ वाले इतने ज्यादा दाखिले होते हैं कि उनमें से भी सभी को हॉस्टल नहीं मिलता है.

डॉ. प्रसाद ने बताया कि कॉलेज में छात्रों के लिए 120 सीटें और छात्राओं के लिए 80 सीटें हैं. उन्होंने बताया प्रत्येक कोर्स के विद्यार्थी के लिए एक सीट होती है. इसके लिए मेरिट लिस्ट के हिसाब से ही हॉस्टल आवंटित होता है.

किन कॉलेजों में है हॉस्टल की सुविधा:दौलतराम कॉलेज, हंसराज कॉलेज, हिन्दू कॉलेज, इन्द्रप्रस्थ कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, एलएसआर कॉलेज, मिरांडा हाऊस, रामजस कॉलेज, एसआरसीसी, सेंट स्टीफंस कॉलेज, श्री वेंकेटेश्वरा कॉलेज. एसजीटीबी खालसा कॉलेज, महाराजा अग्रसेन कॉलेज और केशव महाविद्यालय.



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