देश में 2 साल में 4837 बैंक शाखाओं पर लगे ताले

Last Updated 01 Jan 2023 12:19:52 PM IST

देश में गरीब से गरीब व्यक्ति तक को बैंक से जोड़ने की कोशिशें जोरों पर है, ताकि सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं और सब्सिडी की राशि सीधे बैंक खातों में जा सके।


देश में 2 साल में 4837 बैंक शाखाओं पर लगे ताले

इतना ही नहीं घरों तक बैंक पहुंचे इसके लिए मोबाइल बैंक अस्तित्व में है मगर आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि देश में बीते दो वित्तीय वर्षों में 4,837 बैंक शाखाओं पर ताले लटक गए हैं।

इन बैंकों शाखाओं को या तो पूरी तरह बंद कर दिया गया है अथवा उन्हें दूसरी बैंक शाखा में समायोजित कर दिया गया है।

मध्यप्रदेश के नीमच जिले के सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने भारतीय रिजर्व बैंक से सूचना के अधिकार के तहत यह जानकारी मांगी थी कि बीते दो वित्तीय वर्ष 2020-21 और 2021-22 में सार्वजनिक बैंकों की कुल कितनी ब्रांच बंद हुई है।

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से गौड़ को जवाब में बैंक शाखाओं के बंद होने का जो विवरण दिया गया है वह चौंकाने वाला है, इसमें बताया गया है कि बीते दो वित्तीय वर्षों में देश में 4837 बैंक शाखाएं हैं जो या तो समायोजित की गई हैं या पूरी तरह बंद कर दी गई हैं।

रिजर्व बैंक ने सार्वजनिक बैंक के तौर पर बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की बंद हुई और मर्ज की गई बैंक शाखाओं का ब्यौरा दिया है।



इसके मुताबिक देश में वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 2,271 बैंक शाखाओं पर ताले लटके हैं इनमें से 86 पूरी तरह बंद की गई हैं वहीं 2,185 शाखाओं को दूसरी शाखा में समायोजित किया गया है।

रिजर्व बैंक की ओर से दिए गए ब्यौरे के मुताबिक इसी वित्तीय वर्ष महानगर में 27, ग्रामीण में 24, अर्ध शहरी में 22 और शहरी क्षेत्रों में 13 शाखाओं को बंद किया गया है जबकि महानगरों (मेट्रोपोलिटन) में 721, ग्रामीण में 147, अर्ध शहरी में 696 और शहरी इलाकों में 621 शाखाओं को दूसरी शाखा में समायोजित किया गया है।

सूचना के अधिकार के कार्यकर्ता गौड़ को मई 2022 में मिले ब्यौरे के मुताबिक, रिजर्व बैंक ने वित्तीय वर्ष 2021-22 का जो ब्यौरा मुहैया कराया है वह बताता है कि इस साल नौ शाखाएं पूरी तरह बंद की गई हैं, तो वहीं 2,557 शाखाएं मर्ज हुई हैं।

इस तरह 2,566 बैंक शाखाओं पर ताले लटके हैं। इनमें से महानगर में पांच, ग्रामीण में दो, शहरी इलाकों में दो शाखाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया है जबकि महानगर में 736, ग्रामीण में 155, अर्ध शहरी में 947 और शहरी क्षेत्र में 719 शाखाओं को समायोजित किया गया है।

रिजर्व बैंक के अनुसार, ग्रामीण शाखाएं उन क्षेत्रों में खोली जाती हैं जहां 10 हजार से कम आबादी है, अर्धशहरी जहां 10 हजार से ज्यादा हो और एक लाख से कम, शहरी से मतलब एक लाख से अधिक और 10 लाख से कम की आबादी है। महानगर वह है जहां 10 लाख से ज्यादा की आबादी है। यह वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर है।

आईएएनएस
भोपाल


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