पेट्रोल, डीजल को भी GST के तहत लाया जाए : राहुल गांधी

Last Updated 07 Oct 2017 05:42:43 AM IST

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अत्याधिक मुनाफाखोरी को रोकने के लिए पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के तहत लाने की भी मांग की है.


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (file photo)

राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नए कर सुधार को अगले चुनाव में लाभ के तौर पर नहीं देखना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, एक देश,सात कर, अनेक फार्म भरने और करदाता की कठोर शक्तियों में सुधार का वक्त. इसे वाक्पटुता से परे अच्छा और सरल बनाएं. 

अनेक ट्वीट में उन्होंने कहा, उम्मीद करता हूं कि मोदी जी ने आर्थिक गिरावट और जीएसटी गडबड़ी को लोगों की परेशानी को दूर करने के चश्मे से देखा होगा न कि अगले चुनाव में लाभ के तौर पर. 

कांग्रेस नेता ने कहा, तब पहला कदम अत्यधिक मुनाफाखोरी को रोकने के लिए पेट्रोल डीजल को भी जीएसटी के तहत लाने का होगा क्योंकि जीओआई अकेले 2,73,000 करोड़ रपए कमाती है.

कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक वीडियो मैसेज में उन्होंने सरकार से छोटे और मझोले व्यापारों को समर्थन देने के लिए कहा. उन्होंने प्रधानमंत्री से रोजगार के अवसर पैदा करने पर भी ध्यान देने को कहा.

कांग्रेस ने जीएसटी की दर में कमी को काफी कम, काफी देर करार दिया और कहा कि नए कर सुधार कदम में लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए और ज्यादा करने की आवश्यकता थी.

जीएसटी दरों में राहत का स्वागत, काफी कुछ और करने की जरूरत

कांग्रेस ने कहा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में सुधार के लिए सरकार ने जो कदम उठाये हैं उससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और इससे सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणवीर सिंह सुरजेवाला ने कहा कि जीएसटी परिषद् बैठक बहुत देर से हुई है लेकिन इसमें लिये गये फैसलों से जीडीपी को दो प्रतिशत तक का फायदा हो सकता है. उन्होंने कहा जीएसटी अपने मूल स्वरूप से अभी बहुत दूर है तथा इसमें और सुधार की जरूरत है.

इससे पहले कांग्रेस ने करों की दरों में कटौती की वित्त मंत्री की घोषणा के बाद ट्वीट कर कहा हम कुछ क्षेत्रों में जीएसटी दरों में कटौती की सराहना करते हैं. लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए और भी काफी कुछ किए जाने की जरूरत है. पार्टी ने कहा है कि जीएसटी प्रणाली के स्लैबों और जटिलताओं से जुड़े मुद्दों को सुलझाने की भी जरूरत है. यह अर्थव्यवस्था की दीर्घकालीन मजबूती के लिए महत्त्वपूर्ण है.

प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार को अपने अड़यिल रूख को छोड़कर जीएसटी को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम से सलाह मशविरा करना चाहिये.

मोदी सरकार के सुधारों को निशाना बनाते हुये कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सुधारों को लेकर उसके पास कोई ठोस विचार नहीं है जिससे जटिलताएँ कम हों और बिना सोचे समझे निर्णय न लिये जायें.

भाषा/वार्ता


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment