नोटबंदी में जमा नहीं हुए 1000 के 8.9 करोड़ नोट
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि गत 30 जून तक उसके पास नोटबंदी वाले 15.28 लाख करोड़ रुपए के नोट जमा हुए हैं.
नोटबंदी में जमा नहीं हुए 1000 के 8.9 करोड़ नोट |
यह राशि चलन से हटाए गए कुल नोटों का 99 फीसद हिस्सा है. इस दौरान 1000 के 8.9 करोड़ नोट वापस नहीं आए.
कालेधन और फर्जी नोटों के सर्कुलेशन पर लगाम लगाने के उद्देश्य से आठ अक्टूबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की गई थी. इसके बाद से से 30 जून, 2017 तक उसके पास चलन से हटाए गए 1,000 और 500 रुपए मूल्य वाले 15.44 लाख करोड़ रुपए के नोटों का 99 फीसद हिस्सा जमा हो गया था. रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के बाद 1,000 रुपए के लगभग 8.9 करोड़ नोट यानी 8900 करोड़ रुपए वापस नहीं आए हैं. आरबीआई के मुताबिक 2,000 रुपए के नए नोट का सकरुलेशन गत मार्च के अंत तक नोटबंदी के दौरान हटाए गए नोटों के कुल मूल्य के 50 फीसद से थोड़ा अधिक रहा. साल दर साल आधार पर पूरी प्रणाली में नोटों का सकरुलेशन 20.2 फीसद घटा है. केंद्रीय बैंक ने बताया कि वर्ष 2016-17 के दौरान नए करेंसी नोटों की छपाई में 7,965 करोड़ रुपए खर्च हुए.
जेटली बोले
- अर्थव्यवस्था में नकदी पर निर्भरता कम करना, डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना और कालेधन से निपटना था नोटबंदी का उद्देश्य
- धन को जब्त करना नहीं था इस फैसले का मकसद
- वापस आया धन किसका है अब इसकी पहचान है
- जिन लोगों को कालेधन से निपटने की कम समझ है वही बैंकों में आई नकदी को नोटबंदी से जोड़ रहे हैं
- नोटबंदी से छत्तीसगढ़ और जम्मू कश्मीर में आतंकवादी तथा अलगाववादी गतिविधियों में आई गिरावट.
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