स्टार्टअप हैं अगली बड़ी आर्थिक शक्ति : सीतारमण

Last Updated 23 Jul 2016 06:19:26 PM IST

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्टार्टअप देश की अगली बड़ी आर्थिक शक्ति है और सरकार उनके लिए अवरोधक नहीं मददगार की भूमिका में है.


वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण (फाइल फोटो)

सुश्री सीतारमण ने दिल्ली में स्टार्टअप इंडिया स्टेट्स कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन के मौके पर कहा स्टार्टअप भारत की अगली बड़ी आर्थिक शक्ति हैं. स्टार्टअप इंडिया पहल के जरिये हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इसकी गति और बढ़े. हम इसे स्टार्टअप क्रांति में बदलना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि भारत में जितने नवोद्यमी उभरकर सामने आ रहे हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. इस समय देश में लगभग 4,400 प्रौद्योगिकी स्टार्टअप हैं और वर्ष 2020 तक इनकी संख्या बढ़कर 12 हजार के पार पहुँच जाने की उम्मीद है. स्टार्टअपों के 72 प्रतिशत संस्थापकों के 35 साल से कम उम्र के होने के साथ भारत दुनिया का सबसे युवा स्टार्टअप हब है. यह आज की हकीकत ही नहीं, भविष्य का अवसर भी है.

उन्होंने कहा सरकार आपके काम में दखलंदाजी नहीं करना चाहती. वह सिर्फ बाहर से मददगार की भूमिका में है. हालाँकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि जब सरकार वित्तीय सहायता मुहैया करा रही है और कंपनियाँ राजस्व अर्जन कर रही हैं तो जवाबदेही तथा पारदर्शिता भी जरूरी है और इसलिए कर रिटर्न भरने से स्टार्टअप को भी छूट नहीं दी जा सकती.

सीतारमण ने कहा कि जहाँ कहीं भी जनता का पैसा खर्च होता है, राजस्व अर्जन होता है, वहां सब कुछ जवाबदेह और पारदर्शी होना चाहिये. लेकिन, साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कंपनियों के कोई सुझाव हैं तो वे सरकार के सामने इसे रख सकती हैं. उन्होंने कहा इस समय ऐसी सरकार है जो आपकी बातों को सुनकर उस पर काम करना चाहती है, बजाय आपका रास्ता रोकने के.



उन्होंने कहा कि सरकार ढाई सौ से अधिक इनक्यूबेटरों को मान्यता दे चुकी है तथा नेशनल एक्सपर्ट एडवाइजरी समिति ने सात अनुसंधान पार्क, 16 प्रौद्योगिकी बिजनेस इनक्यूबेटर एवं 13 स्टार्टअप सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है. चालू वित्त वर्ष के दौरान इनकी स्थापना कर दी जायेगी जिससे देश में स्टार्टअप के विकास में और मदद मिलेगी.

सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस साल जनवरी में शुरू किये गये एक्शन प्लान का ही नतीजा है कि भारत अमेरिका और ब्रिटेन के बाद तीसरा बड़ा स्टार्टअप हब बन गया है. उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में सात अलग-अलग बैठकों में स्टार्टअप, इनक्यूबेटरों तथा एक्सेलेरेटरों, शिक्षण संस्थानों, एंजेल इनवेस्टरों, उद्योग संगठनों के प्रमुखों समेत सभी संबद्ध पक्षों से चर्चा करेंगी. यहाँ तक कि स्टार्टअप पर काम करने वाले पत्रकारों के साथ भी बैठक की जायेगी. उन्होंने आश्वासन दिया कि देश में सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप इकोसिस्टम तैयार करने के लिए जो भी जरूरी होगा सरकार करेगी. उन्होंने राज्यों से अपने यहाँ स्टार्टअप हब बनाने की अपील की.

 

 



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