रिफाइनरी के पास बनेंगे केमिकल हब
रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि देश के 22 तेलशोधक कारखानों के आसपास सरकार केमिकल हब का निर्माण करेगी, जिससे एक करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा.
रिफाइनरी के पास बनेंगे केमिकल हब (फाइल फोटो) |
कुमार ने इंडियन चेम्बर आफ कॉमर्स, कृषि मंत्रालय और रसायन एवं पेट्रोकेमिकल विभाग की ओर से आयोजित \' सेमिनार 2016\' का यहां उदघाटन करते हुए कहा कि केमिकल हब के निर्माण पर भारी राशि खर्च की जाएगी और इससे देश के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा.
उन्होंने कहा कि चार तेलशोधक कारखानों के निकट केमिकल हब की योजना तैयार की गई है, जिस पर आठ लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा.
उन्होंने कहा कि रसायन एवं उर्वरक उद्योग के लिए प्राकृतिक गैस बुनियादी जरूरत है और इसका सस्ता होना भी जरूरी है ताकि वह वि बाजार में अपना उत्पाद प्रतियोगी दर पर उपलब्ध करा सके. देश में प्राकृतिक गैस का अभाव है और इसके स्थान पर सरकार कोयला गैस का उपयोग का विकल्प तलाश रही है. उन्होंने कहा कि देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है और गैस बनाने के लिए अच्छी गुणवत्ता तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी की जरूरत है.
कुमार ने कहा कि कोयला से गैस बनाने की योजना पर कोयला, पेट्रोलियम और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय मिलकर काम कर रहा है. तालचर उर्वरक कारखाने में कोयला गैस से यूरिया बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है और इसके लिए संयुक्त उपक्रम बनेगा.
रामगंडम, गोरखपुर, बरौनी और सिंदरी में भी गैस से यूरिया बनाने की योजना है. इन करखानों में गैस से यूरिया उत्पादन के लिए जगदीशपुर हल्दिया गैस पाइप लाइन के निर्माण के लिए दस हजार करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है.
रसायन एवं उर्वरक मंत्री ने कहा कि सभी उद्योग रसायन एवं पेट्रोरसायन से चलते हैं और इससे कृषि, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और सम्पन्नता जुड़े हैं.
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