2020 तक देश में होंगे कम से कम एक दर्जन नए अरबपति
ई-कॉमर्स, वित्तीय सेवा और तकनीक आधारित स्टार्टअप कंपनियों के कारोबार से 2020 तक देश में एक दर्जन नए अरबपति और कई करोड़पति होंगे.
2020 तक एक दर्जन नए अरबपति (फाइल फोटो) |
उद्योग एवं वाणिज्य संगठन एसोचैम की रिपोर्ट में कहा गया है, चीन सहित दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों की स्टार्टअप कंपनियों में अगले पांच साल में भारतीय कंपनियां शीर्ष पर होंगी. जबकि चीन की संरचनात्मक समस्याएं वहां की स्टार्टअप कंपनियों की राह में बाधा खड़ी करेंगी, भारतीय कंपनियों के सामने ऐसी चुनौतियां नहीं होंगी.
रिपोर्ट के मुताबिक 2020 तक ई-कॉमर्स, संगीत-मनोरंजन, भुगतान सेवा और रेडियो टैक्सी जैसी परिवहन सेवा क्षेत्र की कंपनियों का कारोबार तेजी से बढऩे की उम्मीद है. हालांकि, इसमें कहा गया है कि यात्रा के लिए टिकटों की बुकिंग का कारोबार परिक्वता के स्तर पर पहुंच चुका है और अब इसमें खास बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है.
रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्ष में ऑनलाइन मार्केट प्लेस के जरिए फैशन से जुड़े उत्पाद एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कि मोबाइल फोन की बिक्री में और बढ़ोतरी की उम्मीद है.
रेस्तरां से खाना एवं सिनेमा की टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग पहले ही लाभ की स्थिति में है. इस दौरान छोटे शहरों में इंटरनेट ब्रॉडबैंड के विस्तार से इन क्षेत्रों के बाजार में स्टार्टअप कंपनियों का दबदबा बढ़ सकता है.
एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक, शहरों और ग्रामीण इलाकों में ई-कोङ्क्षचग, पूर्ण सुरक्षा फीचरों के साथ चिकित्सा सलाह और सोशल नेटवर्किंग अभी भी ई-कॉमर्स से अछूता है और इसे ऑनलाइन मार्केट प्लेस में शामिल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा स्टार्टअप कंपिनयों के बाजार से पूँजी जुटाने के लिए बेहतर दौर की शुरुआत से भी इस कारोबार को समर्थन मिलेगा.
साथ ही फ्लिपकार्ट और स्नैपडील जैसी पांच-छह कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की प्रक्रिया शुरू होने से 2020 तक देश में कम से कम एक दर्जन नए अरबपति और कई करोड़पति होंगे.
रिपोर्ट के अनुसार, स्टार्टअप कंपनियों के प्रति देश के दिग्गज उद्योगपतियों जैसे रतन टाटा, अजीम प्रेमजी और एन.आर. नारायणमूर्ति की बढ़ती दिलचस्पी से भी इन कंपनियों के कारोबार को खासा समर्थन मिलने की उम्मीद है.
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